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Men Contraceptive Pills: वैज्ञानिकों ने पुरुषों के लिए गर्भनिरोधक गोली तैयार कर ली है. अब यौन संबंध बनाने से पहले यदि पुरुष ये गोली खा लेंगे तो पार्टनर में प्रेग्नेंसी का डर नहीं रहेगा.
Men Contraceptive Pills: महिलाओं की तरह अब पुरुषों के लिए भी गर्भनिरोधक गोलियां आ रही है. वैज्ञानिकों ने इसके लिए शानदार काम किया है. इस दवा का नाम YCT-529 है. इसमें हार्मोन पर नहीं बल्कि शुक्राणुओं के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले एक प्रोटीन के कामकाज को बाधित किया जाता है. इस दवा का पहला ह्यूमन ट्रायल सफल रहा है. इसके बाद दो और ट्रायल किए जाएंगे. फिर इस दवा को सरकारी नियामक से मंजूरी मिल जाएगी और फिर बाजार में आ जाएगी. पिछले 50 सालों से पुरुष गर्भनिरोध गोलियों के लिए वैज्ञानिक लगे हुए थे. पहले यह डर था कि इस दवा को लेने के बाद पुरुषों में मूड और यौन इच्छा में कमी आएगी लेकिन ट्रायल में मूड और यौन इच्छा (लिबिडो) में कोई बदलाव नहीं देखा गया. इससे मानसिक या यौन दुष्प्रभाव संबंधी चिंताएं कम हुई हैं. यहां तक कि सबसे अधिक 180 मिलीग्राम की खुराक भी अच्छी तरह सहन की गई. शोधकर्ताओं ने यह भी जांचा कि भोजन के साथ यह दवा कैसे काम करती है. इसमें भी कोई बड़ा अंतर नहीं पाया गया. इसका मतलब है कि यह दवा खाने के साथ या बिना खाए दोनों तरह से ली जा सकती है.
हार्मोन नहीं खास प्रोटीन को करता है बंद
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक यह फेज 1a क्लिनिकल ट्रायल था जिसका उद्देश्य किसी दवा की सुरक्षा का मूल्यांकन करना होता है. इसके बाद बड़े स्तर पर अध्ययन किए जाते हैं जिनमें यह जांचा जाता है कि दवा अपने उद्देश्य में यानी शुक्राणुओं की संख्या घटाकर गर्भधारण रोकने में कितनी प्रभावी है. हालांकि यह शुरुआती चरण है लेकिन YCT-529 की इस ट्रायल में सफलता पुरुषों के लिए हार्मोन-रहित गर्भनिरोधक दवा के क्षेत्र में एक आशाजनक संकेत मिला है. YCT-529 दवा शुक्राणु निर्माण में शामिल एक प्रोटीन को ब्लॉक कर देती है. यह खासतौर पर रेटिनोइक एसिड (विटामिन ए का एक रूप) की क्रिया को बाधित करती है. यह प्रोटीन अंडकोष में शुक्राणुओं के विकास में अहम भूमिका निभाता है. इस परीक्षण के परिणाम कम्युनिकेशन मेडिसीन में प्रकाशित हुआ है.
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक यह फेज 1a क्लिनिकल ट्रायल था जिसका उद्देश्य किसी दवा की सुरक्षा का मूल्यांकन करना होता है. इसके बाद बड़े स्तर पर अध्ययन किए जाते हैं जिनमें यह जांचा जाता है कि दवा अपने उद्देश्य में यानी शुक्राणुओं की संख्या घटाकर गर्भधारण रोकने में कितनी प्रभावी है. हालांकि यह शुरुआती चरण है लेकिन YCT-529 की इस ट्रायल में सफलता पुरुषों के लिए हार्मोन-रहित गर्भनिरोधक दवा के क्षेत्र में एक आशाजनक संकेत मिला है. YCT-529 दवा शुक्राणु निर्माण में शामिल एक प्रोटीन को ब्लॉक कर देती है. यह खासतौर पर रेटिनोइक एसिड (विटामिन ए का एक रूप) की क्रिया को बाधित करती है. यह प्रोटीन अंडकोष में शुक्राणुओं के विकास में अहम भूमिका निभाता है. इस परीक्षण के परिणाम कम्युनिकेशन मेडिसीन में प्रकाशित हुआ है.
दवा का कोई साइड इफेक्ट नहीं
YCT-529 यानी यह गर्भनिरोध गोली एक गैर-हार्मोनल मौखिक दवा है, जिसे न्यूयॉर्क के कोलंबिया यूनिवर्सिटी और बायोफार्मास्युटिकल कंपनी योर च्वाइस के सहयोग से विकसित किया गया है. पहले के अध्ययन में यह दवा चूहों और नर बंदरों पर 99 प्रतिशत प्रभावी पाई गई थी. इन जानवरों में दवा बंद करने के बाद चूहों में 6 सप्ताह और बंदरों में 10 से 15 सप्ताह में प्रजनन क्षमता वापस आ गई थी. अन्य पुरुष गर्भनिरोधकों के विपरीत YCT-529 हार्मोन स्तर को प्रभावित नहीं करती जिससे यह लंबे समय तक उपयोग के लिए ज्यादा सुरक्षित और आकर्षक विकल्प बन सकती है. इस पहले मानव परीक्षण में 16 स्वस्थ पुरुषों को अलग-अलग मात्रा में दवा दी गई. इन प्रतिभागियों की निगरानी बारीकी से की गई, जिससे यह देखा जा सके कि दवा के कोई दुष्प्रभाव तो नहीं हैं और उनके स्वास्थ्य संकेतकों जैसे हृदय गति, मूड, यौन इच्छा और हार्मोन स्तर में कोई बदलाव तो नहीं आया. परिणाम उत्साहजनक रहे. किसी भी प्रतिभागी में कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं देखा गया और न ही टेस्टोस्टेरोन या अन्य प्रजनन हार्मोन स्तर में कोई गिरावट आई. मूड और यौन इच्छा भी समान रही जिससे मानसिक या यौन दुष्प्रभावों को लेकर चिंताएं कम हुईं.
YCT-529 यानी यह गर्भनिरोध गोली एक गैर-हार्मोनल मौखिक दवा है, जिसे न्यूयॉर्क के कोलंबिया यूनिवर्सिटी और बायोफार्मास्युटिकल कंपनी योर च्वाइस के सहयोग से विकसित किया गया है. पहले के अध्ययन में यह दवा चूहों और नर बंदरों पर 99 प्रतिशत प्रभावी पाई गई थी. इन जानवरों में दवा बंद करने के बाद चूहों में 6 सप्ताह और बंदरों में 10 से 15 सप्ताह में प्रजनन क्षमता वापस आ गई थी. अन्य पुरुष गर्भनिरोधकों के विपरीत YCT-529 हार्मोन स्तर को प्रभावित नहीं करती जिससे यह लंबे समय तक उपयोग के लिए ज्यादा सुरक्षित और आकर्षक विकल्प बन सकती है. इस पहले मानव परीक्षण में 16 स्वस्थ पुरुषों को अलग-अलग मात्रा में दवा दी गई. इन प्रतिभागियों की निगरानी बारीकी से की गई, जिससे यह देखा जा सके कि दवा के कोई दुष्प्रभाव तो नहीं हैं और उनके स्वास्थ्य संकेतकों जैसे हृदय गति, मूड, यौन इच्छा और हार्मोन स्तर में कोई बदलाव तो नहीं आया. परिणाम उत्साहजनक रहे. किसी भी प्रतिभागी में कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं देखा गया और न ही टेस्टोस्टेरोन या अन्य प्रजनन हार्मोन स्तर में कोई गिरावट आई. मूड और यौन इच्छा भी समान रही जिससे मानसिक या यौन दुष्प्रभावों को लेकर चिंताएं कम हुईं.
LAKSHMI NARAYAN
Excelled with colors in media industry, enriched more than 18 years of professional experience. L. Narayan contributed to all genres viz print, television and digital media. He professed his contribution in the…और पढ़ें
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