Last Updated:
Haridwar News: प्रत्येक घर में लौंग जरूर मिलती है क्योंकि यह सिर्फ मसाले का ही काम नहीं करती बल्कि आयुर्वेद चिकित्सा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है. अक्सर लौंग का उपयोग खाने के स्वाद को बढ़ाने और उसमें खुशबू के …और पढ़ें
हरिद्वार: खाने में ही नहीं बल्कि मिठाइयों में भी लौंग का प्रयोग किया जाता है. आपकी रसोई में रखी लौंग खाने के स्वाद को बढ़ाने के साथ औषधि गुणों से भी भरपूर होती है. आयुर्वेद में लौंग के अनेक फायदों का विस्तार से वर्णन किया गया है. हर घर में लौंग जरूर मिलती है, क्योंकि यह सिर्फ मसाले का ही काम नहीं करती बल्कि आयुर्वेद चिकित्सा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है. अक्सर लौंग का उपयोग खाने के स्वाद को बढ़ाने और उसमें खुशबू के लिए इस्तेमाल किया जाता है. लौंग के अनेक फायदे होते हैं.. चलिए विस्तार से जानते हैं…
लौंग में होते हैं कई गुण
लौंग के बारे में ज्यादा जानकारी करने के लिए हमने हरिद्वार में आयुर्वेद के जानकारी डॉक्टर दीपक वैद्य से बातचीत की. उन्होंने बताया कि आयुर्वेद में लौंग का उपयोग दैनिक जीवन में करने पर अनेक चमत्कारी लाभ होते हैं. लौंग सिर्फ एक मसाला नहीं बल्कि आपके स्वास्थ्य के लिए औषधि भी है. वह बताते हैं कि यदि किसी व्यक्ति को पित्त समस्या है और उसे ज्यादा एसिड बन रहा है तो एक लौंग मुंह में रखकर चूसते रहे, इससे जल्द आराम मिल जाता है. यदि किसी व्यक्ति के जाड़ दांत खराब हो चुके हैं और उनमें कीड़ा लगा है तो एक लौंग का पाउडर बनाकर या लौंग को मुंह में रखकर चूसने मात्र से यह समस्या भी खत्म हो जाती है.
लौंग करता है कई बीमारियों को खत्म
वह बताते हैं कि यदि अचानक से किसी व्यक्ति को खांसी आ जाए और खांसी रुकने का नाम ना ले तो मिश्री के दाने के साथ लौंग मुंह में रखें और उसे चूसते रहे. इससे गले में तरावट बनी रहेगी और खांसी भी खत्म हो जाएगी. वह आगे बताते हैं लौंग एक औषधि है जिसे आयुर्वेद में अमृत भी कहा जाता है.
जिन व्यक्तियों को चाय पीने की आदत है यदि वह चाय की जगह पानी में एक लौंग, तेज पत्ता, एक इलायची और कुछ पत्ते हरे धनिए के डालकर उबाल ले और गुनगुना होने पर उसमें शहद मिलकर पीए या इसे छानकर इसमें मिश्री के दाने मिलकर सीप करके पियेंगे तो बहुत अधिक फायदे होते हैं. इससे लिवर संबंधित सभी बीमारियां खत्म हो जाती हैं.
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।