राम मंदिर पर ग्वाल टोली दही हांडी उतारने का प्रयास करते हुए।
रतलाम में जन्माष्टमी की रात पूरी तरह कृष्ण भक्ति के रंग में रंगी रही। रात 12 बजे जैसे ही मंदिरों में आरती हुई, “आलकी के पालकी जय हो कन्हैयालाल की” की गूंज से माहौल भक्तिमय हो गया। आतिशबाजी कर भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया और ग्वाल टोलियों ने दही
.
दही हांडी के लिए उमड़ा जनसैलाब
सैलाना रोड स्थित श्रीराम मंदिर के बाहर 51 फीट ऊंची दही हांडी देखने हजारों लोग पहुंचे। रात 12 बजे आरती के बाद भक्त भक्ति में झूम उठे। ग्वाल टोलियां बार-बार प्रयास करती रहीं लेकिन देर रात 1:45 बजे जाकर मटकी उतार पाईं।
सैलाना रोड स्थित श्री राम मंदिर के बाहर हजारों लोगों की भीड़।
भजन संध्या और भव्य झांकी
राम मंदिर रोड पर क्रेन से 100 फीट ऊंची दही हांडी टांगी गई, जहां युवा देर रात तक झूमते रहे। माणकचौक स्थित महालक्ष्मी मंदिर में भजन संध्या के बाद भगवान का जन्मोत्सव मनाया गया। यहां बाल गोपाल को झूले में बैठाया गया। श्री बड़ा गोपाल मंदिर को भव्य सजावट से सुसज्जित किया गया, जहां भगवान कृष्ण और राधाजी की झांकी आकर्षण का केंद्र रही।

राम मंदिर में स्थित कृष्ण-राधा का किया श्रृंगार।
जगह-जगह हुए आयोजन
शहर के डालूमोदी बाजार चौराहा, धानमंडी रानी जी का मंदिर और अन्य स्थानों पर दही हांडी टांगी गई। मांगल्य मंदिर में 450 फीट रस्सी से झूला बनाकर भगवान को झुलाया गया और भक्तों ने गरबा-रास किया। यहां 51 किलो तुलसी की माला अर्पित की गई। इस्कॉन मंदिर में रातभर भजन संध्या चली।
देखे तस्वीरें…

राम मंदिर पर हजारों की संख्या की भीड़ के बावजूद चंद सेकंड में रास्ता क्लियर कर एंबुलेंस को निकाला गया।


.