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Air Grafting Of Rose : अगर आप भी अपने बगीचे में ज्यादा से ज्यादा गुलाब के पौधे लगाना चाहते हैं तो अब आपको नर्सरी से महंगे दामों पर गुलाब के पौधे खरीदने की जरूरत नहीं. बस आपको कोकोपीट और प्लास्टिक और एलोवेरा का…और पढ़ें
एयर ग्राफ्टिंग, जिसे गूटी या मारकोटेज के नाम से भी जाना जाता है, एक ऐसी तकनीक है जिसमें पेड़ की शाखा पर ही नया पौधा तैयार किया जाता है. इस विधि से पौधे को कटिंग की बजाय सीधे उसकी टहनी से ही तैयार किया जाता है. इससे पौधे के मरने की आशंका कम हो जाती है, क्योंकि इसे अलग से रूटिंग हार्मोन की जरूरत नहीं पड़ती. यह तकनीक विशेष रूप से उन पौधों के लिए फायदेमंद है, जिनकी कटिंग आसानी से नहीं लगती, जैसे कि गुलाब, चमेली और नींबू. यह तरीका पौधे को जल्दी परिपक्व होने में मदद करता है.
कैसे करें देखभाल ?
प्लास्टिक में नमी बनाए रखने के लिए समय-समय पर पानी देते रहें. आमतौर पर लगभग 20 से 30 दिनों में इस हिस्से से जड़ें निकलना शुरू हो जाएंगी. जब जड़ें अच्छी तरह से विकसित हो जाएं, तो उस टहनी को नीचे से काट दें. इसके बाद, इस नए पौधे को सावधानीपूर्वक गमले में लगा दें. कुछ हफ्तों के बाद, जब पौधा पूरी तरह से मजबूत हो जाए, तो इसे जमीन में या एक बड़े गमले में लगा सकते हैं. गुलाब का नया पौधा हरा भरा हो जाएगा.
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