आंखों के नीचे सूजन: सुबह उठते ही अगर आंखों के नीचे लगातार सूजन दिखाई देती है, तो यह किडनी में समस्या का संकेत हो सकता है. किडनी प्रोटीन को सही तरीके से फ़िल्टर नहीं कर पाती, जिससे चेहरे पर पफीनेस बढ़ जाती है.

पैरों और टखनों में सूजन: किडनी जब शरीर से अतिरिक्त पानी बाहर नहीं निकाल पाती, तो यह फ्लूइड पैरों और टखनों में जमा होने लगता है. यह किडनी इंफ्लेमेशन का शुरुआती लक्षण हो सकता है.

बार-बार पेशाब आना: किडनी में सूजन की वजह से पेशाब की मात्रा बदल सकती है. कभी बहुत बार पेशाब आना, तो कभी बहुत कम, दोनों ही स्थितियां खतरे की घंटी हैं। साथ ही पेशाब का रंग गाढ़ा होना भी किडनी की समस्या की ओर इशारा करता है.

थकान और कमजोरी महसूस होना: किडनी सही तरीके से काम न करने पर खून में टॉक्सिन्स जमा होने लगते हैं. इससे शरीर जल्दी थक जाता है, कमजोरी महसूस होती है और काम करने की क्षमता घट जाती है.

भूख न लगना और जी मिचलाना: किडनी की सूजन के कारण खून में वेस्ट मटेरियल जमा हो जाता है, जिससे पेट संबंधी दिक्कतें होने लगती हैं. भूख कम लगना, जी मिचलाना या उल्टी की इच्छा होना किडनी की समस्या का सीधा संकेत हो सकता है.

सांस लेने में तकलीफ: किडनी की सूजन से शरीर में पानी रुक जाता है, जिससे फेफड़ों में भी तरल भरने लगता है. यह स्थिति बेहद गंभीर हो सकती है और तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.
Published at : 16 Aug 2025 06:29 PM (IST)
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