रीवा के गुरथाना क्षेत्र के गोर्गी गांव के बाहर गाजी मियां की प्राचीन दरगाह है। रात के अंधेरे में कुछ लोगों ने दरगाह के बाहरी चबूतरे को तोड़ दिया और अंदर रखी मजार को भी उखाड़ दिया। इसके बाद उन्होंने दरगाह के गुंबद पर धार्मिक झंडा फहरा दिया। घटना का पता चलते ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग विरोध प्रदर्शन करने लगे जिसे पुलिस ने शांत कराया।
By Shyam Mishra
Publish Date: Sat, 16 Aug 2025 06:36:48 PM (IST)
Updated Date: Sat, 16 Aug 2025 06:36:48 PM (IST)
HighLights
- रीवा में दरगाह पर फहराया धार्मिक झंडा, तोड़फोड़ से तनाव
- गोर्गी गांव में है गाजी मियां की दरगाह, भारी पुलिस बल तैनात
- कुछ ही दूरी पर है शिव मंदिर, शुरू कराया मरम्मत का कार्य
नईदुनिया प्रतिनिधि, रीवा। रीवा के गुढ़ थाना क्षेत्र के गोर्गी गांव में शुक्रवार रात कुछ असामाजिक तत्वों ने सैकड़ों साल पुरानी दरगाह के गुंबद पर धार्मिक झंडा फहरा दिया। दरगाह में तोड़फोड़ कर चबूतरा, सीढ़ियां तोड़ दी और अंदर रखी मजार को उखाड़ दिया। इस घटना से क्षेत्र में तनाव फैल गया। दूसरे पक्ष के लोग बड़ी संख्या में एकत्र हो गए। पुलिस-प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर हालात को संभाला। पुलिस ने अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। पुलिस की मौजूदगी में समाज के लोगों ने शनिवार को दरगाह की मरम्मत का काम शुरू करा दिया है।
रात के अंधेरे में तोड़फोड़
रीवा के गुरथाना क्षेत्र के गोर्गी गांव के बाहर गाजी मियां की प्राचीन दरगाह है। रात के अंधेरे में कुछ लोगों ने दरगाह के बाहरी चबूतरे को तोड़ दिया और अंदर रखी मजार को भी उखाड़ दिया। इसके बाद उन्होंने दरगाह के गुंबद पर धार्मिक झंडा फहरा दिया। घटना का पता चलते ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग जमा हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने लोगों को शांत कराया और उन्हें भरोसा दिलाया कि दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाएगा। पुलिस ने दरगाह के केयरटेकर की शिकायत पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उनकी तलाश शुरू कर दी है।
आपसी भाईचारे प्रतीक रही है दरगाह
शहर काजी मुफ्ती मोहम्मद मुबारक अजहरी ने बताया कि जिले में पहली बार ऐसी घटना हुई है। यह अमन-चैन को बिगाड़ने की साजिश है। गाजी मियां की यह दरगाह दोनों समुदायों के बीच आपसी भाईचारे का प्रतीक रही है। यहां हर समुदाय के लोग अपनी आस्था के साथ आते हैं।
दरगाह का इतिहास
इतिहासकारों की मानें तो चंदेल राजा करण देव ने 9वीं शताब्दी में गोर्गी शहर बसाया था। इसे मठ-मंदिरों का शहर कहा जाता है। राजा के सिपहसालार गाजी मियां की मृत्यु के बाद उन्हें यहां दफनाया गया था और उन्हीं की याद में 9-10वीं शताब्दी में मजार बनी थी। कुछ ही देरी पर पहाड़ी में शिव मंदिर भी है।
पुलिस ने क्या कहा?
डीएसपी हिमाली पाठक ने कहा कि दरगाह में तोड़फोड़ की गई है। अभी स्थिति सामान्य है और शांतिपूर्ण है। गांववालों के सहयोग से दरगाह में मरम्मत का कार्य कराया जा रहा है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। वहीं गुढ़ के एसडीएम अनुराग तिवारी ने कहा कि दरगाह की फर्श और टाइल्स को तोड़ा गया है। कल रात या सुबह घटना को अंजाम दिया गया है। वैमनस्यता फैलाने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
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इसके अलावा रीवा पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने कहा कि पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि तोड़फोड़ करने वाले लोग कौन हैं। जल्दी उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। घटनास्थल से मंदिर तकरीबन आधा किलोमीटर दूरी पर स्थित है। तनाव की स्थिति नहीं है। टूटी हुई मजार का मरम्मत का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
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