सीने में उठ रहा दर्द गैस है या फिर हार्ट अटैक का संकेत? ऐसे करें पहचान, अपनाएं ये उपाय, जानें डॉक्टर की सलाह

संजय कुमार/चंदौली: सीने में दर्द एक ऐसा लक्षण है, जो अक्सर लोगों को घबरा देता है. कई बार यह दर्द मामूली कारणों से होता है, जैसे गैस, लेकिन कई बार यह किसी गंभीर स्थिति का संकेत भी हो सकता है, जैसे हार्ट अटैक. लोकल 18 ने इसी विषय पर डॉक्टर रिद्धि पांडे से विशेष बातचीत की. उन्होंने बताया कि कैसे हम गैस के कारण होने वाले चेस्ट पेन और हार्ट अटैक से जुड़े दर्द के बीच फर्क कर सकते हैं और किन घरेलू उपायों से राहत मिल सकती है.

अचानक सीने में होता है दर्द 

डॉ. रिद्धि पांडे ने बताया कि अधिकतर लोग चेस्ट पेन को सीधे हार्ट अटैक से जोड़ लेते हैं, जिससे वह और उनका परिवार घबरा जाता है. खासकर जब बुजुर्गों या युवाओं को अचानक सीने में दर्द होता है, तो यह भ्रम और डर और भी बढ़ जाता है, लेकिन सबसे पहले यह देखना जरूरी होता है कि आपने पिछली रात को क्या खाया था. अगर खाना ज्यादा तला-भुना या मसालेदार था, तो वह गैस बनने का कारण बन सकता है, जिससे सीने में भारीपन या दर्द महसूस हो सकता है. साथ ही लिवर की समस्याओं के कारण भी कभी-कभी सीने में दर्द हो सकता है.

डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक 

उन्होंने यह भी बताया कि हार्ट अटैक से होने वाला दर्द बेहद तीव्र और स्पष्ट होता है. इस स्थिति में दर्द केवल सीने तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह बाएं हाथ, छोटी उंगली, पीठ और जबड़े तक फैल सकता है. मरीज को अत्यधिक पसीना आता है, बेचैनी होती है और कभी-कभी बेहोशी जैसी स्थिति भी बन जाती है, ऐसी परिस्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक होता है.

ECG और अल्ट्रासाउंड करवाना जरूरी 

डॉ. पांडे ने यह भी कहा कि अगर किसी के परिवार में हार्ट की समस्या पहले से रही हो, तो यह एक जेनेटिक स्थिति भी हो सकती है. इसलिए यदि किसी को सीने में बार-बार दर्द होता है, तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए, ऐसे मामलों में देरी करना घातक हो सकता है, इसलिए तुरंत ECG और अल्ट्रासाउंड जैसे परीक्षण करवाने चाहिए.

ये रहे कुछ महत्वपूर्ण घरेलू उपाय

गैस से संबंधित चेस्ट पेन के लिए उन्होंने कुछ घरेलू उपाय भी सुझाए. सबसे पहले पैनिक न हों और शांत रहें. फिर नींबू-नमक का हल्का गुनगुना पानी पिएं, जो गैस को रिलीज करने में मदद करता है. हिंग से हल्के हाथों से पेट और छाती पर मालिश करें. सौंठ और अजवाइन का पेस्ट बनाकर सेवन करें, यह भी बहुत लाभकारी होता है. साथ ही थोड़ी देर टहलना और पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी राहत देता है.

समय पर उचित कदम उठाना जरूरी 

अगर इन उपायों के बावजूद भी दर्द बना रहे या और अधिक बढ़ जाए, तो बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. इस प्रकार, डॉक्टर रिद्धि पांडे ने यह स्पष्ट किया कि चेस्ट पेन को पहचानना और सही समय पर उचित कदम उठाना बेहद जरूरी है. सही खानपान, सतर्कता और प्राथमिक घरेलू उपचार से गैस से जुड़ी तकलीफों से बचा जा सकता है, लेकिन यदि लक्षण गंभीर हों, तो चिकित्सकीय परामर्श अवश्य लेना चाहिए.

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