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Tamarind Benefits: इमली न केवल स्वाद में लाजवाब है, बल्कि यह एक ऐसा घरेलू इलाज भी है जो बिना किसी साइड इफेक्ट के सिरदर्द, माइग्रेन और ब्लड प्रेशर की समस्या में मदद कर सकता है. अगली बार जब सिरदर्द या थकान महसूस हो, तो दवा लेने से पहले इमली का यह सरल उपाय आज़माएं. इमली चूसने से न केवल सिरदर्द और माइग्रेन में राहत मिलता है, बल्कि ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित करने में मदद करता है.
सिरदर्द या माइग्रेन आजकल एक आम समस्या बन गई है, जिसका कारण तनाव, अनियमित दिनचर्या, गलत खानपान और नींद की कमी हो सकता है. कई बार लोग इसके लिए तुरंत दवा लेते हैं, लेकिन घरेलू नुस्खे भी उतने ही असरदार साबित हो सकते हैं.

ऐसा ही एक आसान और प्राकृतिक उपाय है इमली चूसना. यह न केवल सिरदर्द और माइग्रेन में राहत देता है, बल्कि ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित करने में मदद करता है.

इमली में विटामिन सी, पोटैशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं. ये तत्व शरीर में रक्त संचार को बेहतर बनाते हैं और दिमाग तक ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ाते हैं. माइग्रेन या सिरदर्द में अक्सर नसों में तनाव और ब्लड फ्लो में कमी आ जाती है. ऐसे में इमली के खट्टे-मीठे स्वाद और उसके मिनरल्स से नसों को रिलैक्स करने में मदद मिलती है.

<br />इमली का पोटैशियम कंटेंट शरीर में सोडियम लेवल को बैलेंस करता है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर कम हो सकता है. वहीं, इसमें मौजूद मैग्नीशियम नसों और मांसपेशियों को आराम देता है, जिससे स्ट्रेस भी घटता है.

ब्लड प्रेशर वाले लोगों के लिए भी यह फायदेमंद है, क्योंकि इमली में मौजूद मिनरल्स और प्राकृतिक शुगर तुरंत एनर्जी और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाते हैं.

सिरदर्द या माइग्रेन में इमली का इस्तेमाल असादार तरीका है. ताज़ी इमली लें और उसके बीज निकाल दें. इसे अच्छी तरह धोकर चूसें. चाहें तो हल्का सा नमक मिलाकर भी चूस सकते हैं. 5-10 मिनट तक चूसने से सिरदर्द में धीरे-धीरे राहत मिलने लगती है.

आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा में इमली को प्राकृतिक ठंडक देने वाला फल माना जाता है. इसके खट्टे स्वाद से लार और पाचक रस का स्राव बढ़ता है, जो शरीर को ठंडा और तरोताजा रखता है. यही कारण है कि गर्मी, थकान और सिरदर्द में यह तुरंत राहत देने वाला नुस्खा बन जाता है.
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