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अगर आप मीठा खाने के शौकीन हैं, तो उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में कुछ ऐसी प्रसिद्ध दुकानें हैं, जहां अलग-अलग प्रकार की मिठाई और उससे संबंधित व्यंजन तैयार किए जाते हैं. सबसे पहले यहां है अल्मोड़ा की प्रसिद्ध बाल मिठाई, जिसके साथ कई अन्य स्वादिष्ट मिठाइयां भी आपको मिलेंगी.
उत्तराखंड की सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा की प्रसिद्ध बाल मिठाई आज उत्तराखंड ही नहीं बल्कि देश-विदेश में भी पहली पसंद बन चुकी है. अल्मोड़ा में बाल मिठाई की शुरुआत 1865 में हुई थी, जिसके आविष्कारक स्वर्गीय लाल जोगा साह थे. इतना ही नहीं, अल्मोड़ा की बाल मिठाई के मुरीद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हैं.

अल्मोड़ा की एक दुकान पर 64 साल से मालपुए बनाए जा रहे हैं. शहर की यही एकमात्र दुकान है, जहां लजीज मालपुए तैयार किए जाते हैं. करबला के पास स्थित खोलिया फास्ट फूड में बनने वाले मालपुए का स्वाद चखने लोग दूर-दूर से आते हैं, जिसकी कीमत 20 रुपए रखी गई है.

अल्मोड़ा की एकमात्र ऐसी दुकान है, जहां बेहद स्वादिष्ट रबड़ी तैयार की जाती है. अल्मोड़ा के खजांची मोहल्ले में स्थित अभिनंदन स्वीट हाउस पर करीब 80 साल से रबड़ी बनाई जा रही है. इस दुकान में बनने वाली रबड़ी की ओर लोग खींचे चले आते हैं. अगर आपको भी यहां की रबड़ी खानी है, तो शाम होने से पहले यहां पहुंचना होगा, क्योंकि शाम तक रबड़ी खत्म हो जाती है और फिर आपका नंबर अगले दिन ही आएगा.

अल्मोड़ा की एकमात्र ऐसी दुकान है, जहां पनीर जलेबी तैयार की जाती है, और इसे केवल शुक्रवार और शनिवार को ही खरीदा जा सकता है. इस पनीर जलेबी को खाने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं, साथ ही इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके भी मंगवाया जा सकता है. वर्तमान में पनीर जलेबी 520 रुपए किलो के हिसाब से बिक रही है.

अल्मोड़ा में एक ऐसी मिठाई भी है, जो बाल मिठाई के बाद हर किसी को पसंद आती है. इस मिठाई का नाम सिंगोड़ी है, जिसे पत्ते वाली मिठाई भी कहा जाता है. लोग इसे बड़े चाव से खाते हैं. इस मिठाई को मालू के पत्ते में भरा जाता है, जिससे इसका स्वाद दोगुना बढ़ जाता है, और इसकी कीमत 400 रुपए किलो है.
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