1. दिल के लिए दोस्त
कलौंजी में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर होते हैं, जो आपके खून में बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं. इससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है. जिन लोगों को हार्ट की दिक्कतें हैं, उनके लिए कलौंजी किसी वरदान से कम नहीं.
आपको गैस, अपच, या कब्ज की परेशानी रहती है, तो कलौंजी इसमें भी काम आती है. यह पाचन क्रिया को सुधारती है, और आंतों की लाइनिंग को सुरक्षित रखती है. इसमें मौजूद तत्व डकार, गैस और पेट की सूजन जैसी दिक्कतों को भी कम करते हैं.
कलौंजी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. इसका मतलब है कि ये शरीर की सूजन को कम करने में मदद करती है. इससे जोड़ों के दर्द, अस्थमा और स्किन पर होने वाले इन्फेक्शन में भी आराम मिलता है.
4. डायबिटीज पर कंट्रोल
कलौंजी के बीज ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में असरदार माने जाते हैं. यह शरीर में इंसुलिन की संवेदनशीलता को बढ़ाता है, जिससे डायबिटीज के मरीजों को फायदा होता है. पर किसी भी दवा के साथ लेने से पहले डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें.
कलौंजी का तेल और बीज स्किन और हेयर हेल्थ के लिए भी बढ़िया हैं. मुंहासे, एग्जिमा और झड़ते बालों की परेशानी में यह असर दिखाता है. स्किन पर लगाने से एलर्जी और रैशेज में भी राहत मिलती है.
कलौंजी के बीजों में ऐसे तत्व होते हैं जो ब्रेन हेल्थ को बेहतर बनाते हैं. अल्जाइमर, याद्दाश्त कम होने और न्यूरोलॉजिकल दिक्कतों में यह फायदा पहुंचा सकती है. लगातार सेवन करने से मानसिक साफ़गोई और फोकस बेहतर होता है.
ब्रोंकाइटिस, अस्थमा और सर्दी-जुकाम में कलौंजी का सेवन सांस लेने में आराम देता है. इसकी एंटीहिस्टामिन और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी नाक की रुकावट को कम करती है.
कैसे करें इस्तेमाल?
1. आप कलौंजी को सलाद, सूप, ब्रेड, दाल या सब्ज़ी में हल्के से छिड़क कर खा सकते हैं.
2. इसका तेल भी स्किन और बालों में लगाया जा सकता है.
3. हर दिन 1-2 ग्राम से ज़्यादा ना लें, क्योंकि ज़्यादा मात्रा में लेने से एलर्जी या ब्लड प्रेशर कम होने का खतरा होता है.
4. प्रेग्नेंट महिलाएं बिना सलाह के इसे न लें.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)