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सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिखाया गया है कि बासी मछली को ताजा दिखाने के लिए लाल रंग का केमिकल डालकर खतरनाक ट्रिक अपनाई जाती है, जो सेहत के लिए हानिकारक है.

इस धोखाधड़ी में मछली विक्रेता पहले बासी मछली का चयन करते हैं, जिनकी गंध और रंग देखकर कोई भी समझ सकता है कि यह पुरानी है. फिर मछली की गर्दन के पास चाकू से हल्का कट लगाया जाता है और उसमें खून जैसे दिखने वाले लाल रंग का केमिकल या डाई डाल दी जाती है. यह रंग बाजार में आसानी से उपलब्ध होता है और पानी या बर्फ के साथ भी लंबे समय तक बना रहता है. खरीदार को लगता है कि मछली अभी-अभी पकड़ी गई है, जबकि असल में वह कई दिनों पुरानी और बैक्टीरिया से भरी होती है.
अगर आप मछली खाते हैं तो सतर्क रहना बेहद जरूरी है. ताजा मछली की आंखें साफ और उभरी हुई होती हैं, जबकि बासी मछली की आंखें धुंधली और धंसी होती हैं. उसकी गंध हल्की और समुद्री होती है, न कि तेज और सड़ी हुई हमेशा भरोसेमंद विक्रेता से ही मछली खरीदें और शक होने पर उसे अच्छे से धोकर ही पकाएं. अगर मछली में किसी भी तरह का असामान्य रंग दिखे तो उसे तुरंत फेंक दें.
विविधा सिंह न्यूज18 हिंदी (NEWS18) में पत्रकार हैं. इन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में बैचलर और मास्टर्स की डिग्री हासिल की है. पत्रकारिता के क्षेत्र में ये 3 वर्षों से काम कर रही हैं. फिलहाल न्यूज18…और पढ़ें
विविधा सिंह न्यूज18 हिंदी (NEWS18) में पत्रकार हैं. इन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में बैचलर और मास्टर्स की डिग्री हासिल की है. पत्रकारिता के क्षेत्र में ये 3 वर्षों से काम कर रही हैं. फिलहाल न्यूज18… और पढ़ें
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