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Health Tips: बरसाती मौसम में मच्छरों से बचाव के साथ-साथ ऐसे घरेलू नुस्खे अपनाकर हम न केवल छोटी-छोटी त्वचा संबंधी परेशानियों से राहत पा सकते हैं, बल्कि बड़ी बीमारियों से भी खुद को सुरक्षित रख सकते हैं.
मौसमी बदलाव के साथ ही मच्छरों का प्रकोप भी तेजी से बढ़ जाता है.बारिश के मौसम में जमा पानी और नमी मच्छरों के प्रजनन के लिए अनुकूल माहौल तैयार करते हैं.यही वजह है कि इस समय डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है.

मच्छर के काटने से अक्सर त्वचा पर लाल चकत्ते पड़ जाते हैं, जिनमें तेज खुजली और जलन महसूस होती है.कई बार यह समस्या बच्चों और संवेदनशील त्वचा वाले लोगों में और भी गंभीर हो जाती है.

विशेषज्ञों के अनुसार, मच्छर के काटने पर तुरंत उचित देखभाल करने से न केवल जलन और खुजली में राहत मिलती है, बल्कि संक्रमण फैलने से भी बचा जा सकता है.घरेलू नुस्खों में नींबू का रस एक आसान और कारगर उपाय माना जाता है. नींबू के रस में प्राकृतिक एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो त्वचा पर मौजूद हानिकारक कीटाणुओं को खत्म करने में मदद करते हैं.

मच्छर के काटे हुए स्थान पर नींबू का ताजा रस हल्के हाथ से मलने से जलन कम होती है और सूजन भी घटती है. रस में मौजूद साइट्रिक एसिड त्वचा के उस हिस्से को ठंडक प्रदान करता है, जिससे खुजली में तुरंत आराम महसूस होता है.

साथ ही यह प्रभावित स्थान पर संक्रमण के खतरे को भी कम करता है.हालांकि, जिनकी त्वचा बेहद संवेदनशील है या जिन्हें नींबू से एलर्जी है, उन्हें इस उपाय को अपनाने से पहले पैच टेस्ट जरूर करना चाहिए.

डॉक्टर भी सलाह देते हैं कि बारिश के मौसम में मच्छरों से बचाव के लिए सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए, घर और आसपास पानी जमा न होने दिया जाए, मच्छरदानी का इस्तेमाल किया जाए और शरीर को ढकने वाले कपड़े पहने जाएं.

यदि मच्छर के काटने के बाद बुखार, सिर दर्द या शरीर में दर्द जैसे लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना जरूरी है, क्योंकि यह डेंगू या मलेरिया के शुरुआती संकेत हो सकते हैं.
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