जन्माष्टमी पर व्रत रखते हैं आप? इन 5 बातों का रखें खयाल, दिनभर रहेंगे एनर्जी से भरपूर, तबीयत रहेगी ठीक

Fasting Tips for Janmashtami 2025: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी इस बार 16 अगस्त को मनाई जाएगी. यह त्योहार पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया जाता है और बड़ी संख्या में लोग व्रत रखकर कान्हा की पूजा-अर्चना करते हैं. जन्माष्टमी के दिन तमाम लोग भजन-कीर्तन करते हैं और श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं को याद करते हैं. व्रत रखना लोगों की आस्था होती है, लेकिन यह सेहत से जुड़ा मामला भी है. अगर आप व्रत के दौरान कुछ बातों का ध्यान नहीं रखेंगे, तो इससे तबीयत बिगड़ सकती है. हेल्थ एक्सपर्ट से 5 जरूरी टिप्स जान लेते हैं, ताकि जन्माष्टमी पर आप पूरे दिन हेल्दी और एनर्जेटिक बने रहें.

नोएडा के डाइट मंत्रा क्लीनिक की सीनियर डाइटिशियन कामिनी सिन्हा ने News18 को बताया कि जन्माष्टमी व्रत रखने से एक दिन पहले लोगों को इसकी तैयारी शुरू कर देनी चाहिए. एक दिन पहले ही लोगों को ऑयली, फ्राइड और स्पाइसी खाना अवॉइड करना चाहिए. इसके बजाय हल्का, सुपाच्य और संतुलित आहार जैसे- खिचड़ी, फल या दही-चावल खाएं. इससे शरीर को जरूरी पोषण मिलेगा और अगले दिन व्रत के दौरान कमजोरी नहीं महसूस होगी. जन्माष्टमी वाले दिन पूजा-पाठ के बाद थोड़ा दूध, ड्राई फ्रूट्स या केला खा लें, ताकि शरीर को जरूरी एनर्जी मिल सके.

डाइटिशियन ने बताया कि जन्माष्टमी का व्रत आमतौर पर निर्जला नहीं होता है और ऐसे में लोगों को दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी जरूर पीना चाहिए. इससे शरीर हाइड्रेटेड रहेगा और डिहाइड्रेशन जैसी समस्या पैदा नहीं होगी. इसके अलावा नारियल पानी, बिना नमक वाला नींबू पानी, छाछ, फलों का रस या तुलसी जल जैसे हेल्दी लिक्विड्स का सेवन करें. यह आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करेगा और थकावट से बचाएगा.

एक्सपर्ट के मुताबिक व्रत में फलाहार का विशेष महत्व होता है. आप केला, सेब, पपीता, अनार जैसे एनर्जी देने वाले फलों को फलाहार में खा सकते हैं. इसके अलावा मखाना, राजगिरा, सिंघाड़ा आटा, साबूदाना या समा के चावल से बनी खिचड़ी या परांठा भी अच्छा विकल्प है. इनसे आपको पर्याप्त कार्बोहाइड्रेट मिलेगा जो शरीर को एनर्जी प्रदान करेगा. अगर आप दिनभर व्रत में कुछ नहीं खाते हैं, तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है. कोशिश करें कि हर 3-4 घंटे में कुछ न कुछ जरूर खाएं. इससे ब्लड शुगर लेवल स्थिर रहेगा और चक्कर या सिरदर्द जैसी समस्याएं नहीं होंगी.

जन्माष्टमी का व्रत धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण होता है, लेकिन इस मौके पर व्रत रखना सभी के लिए ठीक नहीं होता है. डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, हार्ट की समस्या या अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को जन्माष्टमी का व्रत रखने से बचना चाहिए. गर्भवती महिलाएं और बच्चे भी उपवास से बचें, क्योंकि इससे उनकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. इसके अलावा जिन लोगों में कमजोरी की समस्या हो, वे भी बिना डॉक्टर की सलाह के व्रत न रखें.

Source link

Share me..

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *