बुक रिव्यू- सफलता चाहिए तो बनना होगा ‘खुद से बेहतर’: पर्सनल ब्रांडिंग के साथ सीखें कम्युनिकेशन स्किल, समझें जॉब मार्केट का गणित

1 घंटे पहलेलेखक: गौरव तिवारी

  • कॉपी लिंक

किताब- खुद से बेहतर

लेखक- नवीन चौधरी

प्रकाशक- युवान बुक्स, अनबाउंड पब्लिकेशन

मूल्य- 275 रुपए

‘खुद से बेहतर’ एक ऐसी सेल्फ-हेल्प और मोटिवेशनल किताब है, जो खासतौर पर 18 से 40 साल के युवाओं के लिए लिखी गई है। यह किताब वो एम्पलॉयबिलिटी स्किल्स सिखाती है, जो आज की जॉब मार्केट में आपको सबसे खास बनाती हैं। इस किताब के लेखक नवीन चौधरी ने खुद एक साधारण कॉलेज से मैनेजमेंट डिग्री लेकर एमएनसी में मार्केटिंग हेड के पद तक पहुंचे। उन्होंने इस किताब में अपने अनुभव और प्रैक्टिकल टिप्स शेयर किए हैं।

किताब क्या सिखाती है?

मौजूदा दौर में डिग्रियां तो लगभग हर किसी के पास हैं, लेकिन एम्प्लॉयर कहते कहते हैं कि, “हमें स्किल्ड लोग चाहिए।” इसका मतलब है कि डिग्री के साथ-साथ कुछ खास स्किल्स भी चाहिए, जिन्हें एम्प्लॉयबिलिटी स्किल्स कहते हैं। यह किताब इन्हीं स्किल्स को आसान और मजेदार तरीके से सिखाती है। आप चाहे कॉलेज में हों, नौकरी की तलाश में हों या अपने करियर को नई ऊंचाई देना चाहते हों, यह किताब आपके लिए एक रोडमैप साबित हो सकती है।

नवीन चौधरी ने किताब में कई रियल-लाइफ कहानियां भी शामिल की हैं। एक लड़के की कहानी शामिल की है, जो छोटे शहर से था। वह साधारण कॉलेज से पढ़ा था, लेकिन अपनी कम्युनिकेशन स्किल्स और नेटवर्किंग से एक बड़ी कंपनी में मैनेजर बन गया।

किताब क्यों है इतनी खास?

‘खुद से बेहतर’ किताब इसलिए खास है क्योंकि यह सिर्फ सलाह नहीं देती, बल्कि प्रैक्टिकल टूल्स और टास्क देती है, जिन्हें आप तुरंत आजमा सकते हैं। यह किताब आपको अपने अंदर झांकने, अपनी ताकत-कमजोरियां समझने और उन्हें सुधारने का रास्ता दिखाती है। किताब की भाषा इतनी सहज है कि ऐसा लगता है जैसे कोई दोस्त आपके सामने बैठकर समझा रहा हो।

यह किताब जॉब मार्केट के ताजा ट्रेंड्स को ध्यान में रखती है। मिसाल के तौर पर आज के समय में सिर्फ टेक्निकल स्किल्स काफी नहीं हैं। एम्पलॉयर चाहते हैं कि आपकी कम्युनिकेशन स्किल्स, बॉडी लैंग्वेज और प्रॉब्लम-सॉल्विंग स्किल्स भी शानदार हों। यह किताब इन सबको कवर करती है, वो भी ऐसे उदाहरणों के साथ जो लिंक्डइन पर आसानी से मिलने वाले लोगों से प्रेरित हैं।

किताब के 7 बड़े सबक

यह किताब कई जरूरी स्किल्स को कवर करती है। इसके 7 बड़े सबक देखिए, जो आपके करियर को बदल सकते हैं।

1. नौकरी नहीं मिल रही तो रेज्यूमे और इंटरव्यू पर काम करें

कई बार ऐसा होता है कि आप कई इंटरव्यू देते हैं, लेकिन रिजेक्शन मिलता है। किताब कहती है कि इसका सबसे बड़ा कारण आपका रेज्यूमे और इंटरव्यू की तैयारी हो सकता है।

क्या करें?

  • अपना रेज्यूमे ऐसा बनाएं, जो 10 सेकंड में रिक्रूटर का ध्यान खींच ले।
  • इंटरव्यू से पहले कंपनी की रिसर्च करें और अपने जवाब प्रैक्टिस करें।

2. आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए SWOT एनालिसिस करें

क्या आपको लगता है कि आप में कुछ कमी है? किताब कहती है कि हर इंसान में ताकत और कमजोरियां होती हैं। बस, इन्हें पहचानना जरूरी है।

क्या करें?

  • एक कागज लें और अपनी स्ट्रेंथ, वीकनेस, अपॉर्च्युनिटीज और थ्रेट्स लिखें।
  • अपनी कमजोरियों पर काम करें और ताकत को हाइलाइट करें।

3. कम्युनिकेशन स्किल्स को ताकत बनाएं

कई बार हम सही बात कहते हैं, लेकिन तरीका गलत होता है। किताब सिखाती है कि अपनी बात को साफ ढंग से, आत्मविश्वास से और प्रभावी ढंग से कैसे रखें।

क्या करें?

  • रोज 5 मिनट किसी टॉपिक पर बोलने की प्रैक्टिस करें।
  • अपनी बात को छोटे और सटीक वाक्यों में कहें।

अच्छे कम्युनिकेशन के लिए भाषा का अच्छा ज्ञान होना बहुत जरूरी है। अगर आपके पास शब्दों की कमी होगी तो अपनी बात प्रभावी ढंग से नहीं कह पाएंगे।

4. नेटवर्किंग यानी सही लोगों से जुड़ें

किताब कहती है कि नेटवर्किंग वो पुल है जो आपको आपके सपनों तक ले जा सकता है। लेकिन इसका मतलब सिर्फ लिंक्डइन पर कनेक्शन बढ़ाना नहीं है।

क्या करें?

  • लिंक्डइन पर सीनियर्स से सलाह मांगें।
  • इंडस्ट्री इवेंट्स में हिस्सा लें और अपनी बात रखें।

5. बॉडी लैंग्वेज और ड्रेसिंग

पहली मुलाकात में आपकी बॉडी लैंग्वेज और कपड़े बहुत कुछ कहते हैं। किताब सिखाती है कि इंटरव्यू में आत्मविश्वास से कैसे पेश आएं।

क्या करें?

  • आई-कॉन्टैक्ट बनाए रखें और शांत बैठें।
  • जॉब के हिसाब से प्रोफेशनल कपड़े पहनें।

6. टाइम मैनेजमेंट और प्रोडक्टिविटी

काम को समय पर पूरा करना आज की सबसे बड़ी जरूरत है। किताब आपको समय को मैनेज करने और प्रोडक्टिव रहने के टूल्स देती है।

क्या करें?

  • हर दिन के लिए टू-डू लिस्ट बनाएं।
  • जरूरी काम को पहले करें, बाकी बाद में।

7. ग्रोथ माइंडसेट

किताब कहती है कि अगर आप नई चीजें सीखने को तैयार हैं, तो कोई भी रुकावट आपको रोक नहीं सकती।

क्या करें?

  • हर हफ्ते एक नई स्किल सीखने की कोशिश करें।
  • फेलियर को सीखने का मौका समझें।

दोस्त की तरह है किताब

‘खुद से बेहतर’ सिर्फ एक किताब नहीं, बल्कि एक दोस्त की तरह है जो आपको करियर की राह दिखाती है। यह आपको आत्मविश्वास देती है, स्किल्स सिखाती है और आपको अपने सपनों की नौकरी के करीब ले जाती है। अगर आप अपने करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहते हैं, तो आज ही इसे पढ़ें और खुद को बेहतर बनाएं।

कौन पढ़ सकता है?

कॉलेज स्टूडेंट्स: जो नौकरी की तैयारी शुरू करना चाहते हैं।

जॉब सीकर्स: जो इंटरव्यू में बार-बार रिजेक्शन झेल रहे हैं।

यंग प्रोफेशनल्स: जो अपने करियर में तरक्की चाहते हैं।

हर वो व्यक्ति जो: अपनी स्किल्स को बेहतर करना चाहता है।

क्यों पढ़ें?

‘खुद से बेहतर’ किताब इसलिए पढ़नी चाहिए क्योंकि यह आपको वो स्किल्स सिखाती है, जो स्कूल-कॉलेज में नहीं पढ़ाई जाती हैं। यह किताब आपको नौकरी पाने और करियर में आगे बढ़ने के लिए तैयार करती है। यह सिर्फ सलाह नहीं देती, बल्कि हर चैप्टर में प्रैक्टिकल टास्क भी देती है ताकि आप जो सीखें, उसे तुरंत लागू कर सकें। मिसाल के तौर पर, अगर आप नेटवर्किंग सीखना चाहते हैं, तो किताब आपको बताएगी कि लिंक्डइन पर किसी से बात कैसे शुरू करें।

……………………..

ये खबर भी पढ़ें

बुक रिव्यू- अच्छा लेखक कैसे बनें?:उम्दा लिखने के लिए सबसे जरूरी हैं ये 6 गुण, रस्किन बॉन्ड से जानिए कैसे करें लेखन की शुरुआत

यह किताब लेखन के तौर-तरीकों के बारे में बात करती है, खासतौर से उन लोगों के लिए जो लेखन शुरू करना चाहते हैं या पहले से बेहतर लिखने के लिए प्रयासरत हैं। पूरी खबर पढ़िए…

खबरें और भी हैं…

.

Source link

Share me..

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *