बारिश के मौसम में नाक-गले की एलर्जी से परेशान? ऐसे करें बचाव….

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Monsson Health Care: बरसात में नाक और गले की एलर्जी बढ़ती है. जिला अस्पताल अल्मोड़ा की डॉ. मोनिका ने बताया कि भाप लेना और घर की सीलन से बचना एलर्जी से बचाव के आसान उपाय हैं.

अल्मोड़ा: बरसात का मौसम शुरू होते ही कई तरह की बीमारियां भी तेजी से बढ़ने लगती हैं. इस दौरान नाक और गले की एलर्जी के मामले सबसे ज्यादा देखने को मिल रहे हैं. लोग लगातार छींक, नाक बहना, आंखों में खुजली और गले में खराश जैसी दिक्कतों से परेशान हैं. कई लोगों को यह भी नहीं पता होता कि इस तरह की एलर्जी से छुटकारा कैसे पाया जाए. इस पर जिला अस्पताल अल्मोड़ा की ईएनटी सर्जन डॉ. मोनिका ने बरसात में बढ़ रही नाक और गले की एलर्जी के कारणों और बचाव के तरीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी है.

क्यों बढ़ती है बरसात में नाक और गले की एलर्जी
डॉ. मोनिका के अनुसार बरसात के मौसम में नाक और गले से जुड़ी समस्याओं के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है. नाक की एलर्जी में नाक से लगातार पानी आना, लगातार छींक आना, आंखों में खुजली होना और नाक बंद रहना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. गले की एलर्जी में सूखी खांसी, गले में खराश और गले का सूखना आम है.

इन लोगों को ज्यादा खतरा
जिला अस्पताल अल्मोड़ा में ज्यादातर 18 साल से ऊपर के लोग इस समस्या के इलाज के लिए आ रहे हैं.
बीपी और शुगर के मरीजों में यह समस्या और ज्यादा देखने को मिल रही है. जिन लोगों को पहले से नाक और गले की एलर्जी है, उन्हें बरसात में खास सावधानी रखनी चाहिए क्योंकि इस समय यह समस्या और बढ़ जाती है.
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एलर्जी से बचने के आसान उपाय
डॉ. मोनिका ने बताया कि नाक और गले की एलर्जी से बचने के लिए सुबह और शाम सादे पानी से भाप लें. अगर परेशानी ज्यादा हो तो तुरंत अपने नजदीकी अस्पताल में जाकर डॉक्टर से सलाह लें. घर में सीलन होने पर एलर्जी बढ़ जाती है, इसलिए बरसात के बाद कंबल, गद्दे, बेडशीट और पर्दों को धूप में जरूर सुखाएं. सीलन से बचना एलर्जी से बचाव का सबसे आसान और असरदार तरीका है.

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