कंडीशनर कितने तरह का होता है?
कंडीशनर आमतौर पर दो तरह के होते हैं –
1. लाइट या वाटर-बेस्ड कंडीशनर: इसका टेक्सचर थोड़ा पतला होता है और ये हल्का महसूस होता है.
2. थिक कंडीशनर: ये थोड़ा गाढ़ा होता है और बालों को डीप पोषण देने के लिए अच्छा माना जाता है.
शैंपू करने से बालों की गंदगी तो हट जाती है, लेकिन उससे बालों की नैचुरल नमी भी निकल जाती है. ऐसे में कंडीशनर बालों को वापस से नमी देता है, जिससे वो मुलायम, चमकदार और कम उलझने वाले बनते हैं. इसके अलावा:
1. बालों का रूखापन कम करता है
2. स्प्लिट एंड्स बनने से रोकता है
3. हेयर फॉल को कम करने में मदद करता है
4. बालों को सॉफ्ट और शाइनी बनाता है
रोज़-रोज़ कंडीशनर लगाने की जरूरत नहीं है.
आप इसे हफ्ते में 2 से 3 बार इस्तेमाल कर सकते हैं – ये इस बात पर निर्भर करता है कि:
1. आपके बाल कितने लंबे हैं
2. बालों में कितना रूखापन है
3. आपने शैंपू किस तरह का किया है
लगाने का सही तरीका क्या है?
1. सबसे पहले बालों को अच्छे से शैंपू करें.
2. फिर बालों का एक्स्ट्रा पानी हाथ से निचोड़ लें.
3. अब कंडीशनर लें और सिर्फ बालों की लंबाई पर लगाएं, स्कैल्प पर बिल्कुल न लगाएं.
4. 3 से 4 मिनट तक कंडीशनर को ऐसे ही छोड़ दें.
5. अब ठंडे पानी से बालों को अच्छे से धो लें.
कुछ ज़रूरी टिप्स
1. कंडीशनर हमेशा अच्छी क्वालिटी का ही लें.
2. अगर आपके बाल बहुत ऑयली हैं, तो हल्का कंडीशनर चुनें.
3. हर बार हेयर वॉश के बाद कंडीशनर जरूरी नहीं है – बालों की हालत देखकर तय करें.
4. डीप कंडीशनिंग के लिए हफ्ते में एक बार हेयर मास्क भी ट्राय कर सकते हैं.
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