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Hospital Viral Video: किसी भी अस्पताल में मरीज बहुत उम्मीद लेकर जाता है, लेकिन अगर ऐसी सुविधा मिले जहां ऑपरेशन के दौरान बत्ती ही चली जाए तो क्या होगा. आइए जानते हैं इसके बारे में…
मोहन ढाकले/बुरहानपुर. एमपी के बुरहानपुर के सरकारी अस्पताल में बिजली चली गई थी, जिसके कारण मरीजों का इलाज मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में किया जा रहा था. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
स्वास्थ्य सुविधाओं का असल हाल
सरकार भले ही स्वास्थ्य सुविधाओं के बड़े-बड़े दावे करती हो, लेकिन बुरहानपुर के सरकारी अस्पताल की हकीकत कुछ और ही है. इस अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड भी है, जहां इमरजेंसी में आने वाले मरीजों का इलाज किया जाता है. लेकिन जब बिजली चली जाती है, तो मरीजों का इलाज मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में करना पड़ता है. इस वीडियो ने अस्पताल की सारी पोल खोल दी है.
मरीज के परिजनों ने दी जानकारी
लोकल 18 की टीम ने बहादरपुर क्षेत्र में रहने वाले मरीज के परिजन मनीष संतोष नीले से बात की. उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के अहिरवाडी में मेरा ससुराल है. मेरी सास अनीता साहेबराव मेढे को हापन और उल्टी की समस्या हो रही थी. मैंने उन्हें सुबह अस्पताल में भर्ती करवाया, लेकिन रात में अचानक से लाइट चली गई. करीब 1 घंटे तक बिजली बंद रही और मोबाइल की टॉर्च में इंजेक्शन लगाया जा रहा था. मैंने इस घटना का वीडियो बनाया और जिम्मेदारों से पूछा कि क्या यह सही है. इसके बाद मैंने इस लापरवाही का वीडियो सोशल मीडिया पर डाला, जिससे अस्पताल की पोल खुल गई. इसका नतीजा यह हुआ कि हमारे मरीज को सुबह अस्पताल प्रबंधन ने छुट्टी दे दी. अब हम चाहते हैं कि इसकी पूरी जांच हो और दोषियों पर कार्रवाई की जाए.
जिम्मेदारों ने दिया जवाब
लोकल 18 की टीम ने जब जिला अस्पताल के सिविल सर्जन प्रदीप मोसेज से बात की, तो उन्होंने बताया कि बहादरपुर में फाल्ट होने से बिजली बंद हो गई थी. हमने विद्युत विभाग के कर्मचारियों से बात की, तो उन्होंने कहा कि आप जनरेटर नहीं चलाइए, नहीं तो खंभों में करंट फैल सकता है. इसलिए हमने जनरेटर नहीं चलाया. 20 से 25 मिनट बाद लाइट आ गई थी. एक-दो घंटे बिजली बंद होने की बात गलत है.
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