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वजन घटाने के लिए मूंग दाल चीला बेहतर विकल्प है क्योंकि इसमें प्रोटीन और फाइबर अधिक होते हैं, जो भूख को नियंत्रित रखते हैं. इडली हल्की और पचने में आसान होती है, लेकिन कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होता है.

सबसे पहले इडली पर आते हैं. यह एक पारंपरिक साउथ इंडियन नाश्ता है, जो चावल और उड़द दाल के मिश्रण से बनाई जाती है. इसे भाप में पकाया जाता है, जिससे इसमें फैट बिल्कुल नहीं होता और यह आसानी से पच भी जाती है. हालांकि, इडली में कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होता है और प्रोटीन कम, इसलिए यह जल्दी भूख का अहसास करा सकती है. अगर इसे सांभर या नारियल की चटनी के साथ खाया जाए, तो आपका पेट थोड़े देर के लिए भरा हुआ महसूस हो सकता है.
मूंग दाल चीला – प्रोटीन और फाइबर का बूस्टर डोज
मूंग दाल से बना चीला वजन कम करने वालों के लिए बेहद फायदेमंद होता है. इसमें प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है, जिससे यह मांसपेशियों की मरम्मत करता है और भूख कम करता है. इसके अलावा, फाइबर भी होता है जो पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है. अगर आप चिले में सब्जियां जैसे पालक, प्याज, शिमला मिर्च आदि मिला दें, तो यह और भी पौष्टिक हो जाता है.
कौन है ज्यादा असरदार?
जहां इडली हल्की, कम कैलोरी वाली और पचने में आसान होती है, वहीं मूंग दाल चीला ज्यादा पोषण देने वाला और लंबे समय तक भूख पर नियंत्रण रखने वाला विकल्प है. अगर किसी को पेट की परेशानी है या बहुत हल्का नाश्ता चाहिए, तो इडली बेहतर हो सकती है.वहीं अगर किसी का गोल वजन कम करना और देर तक पेट भरा महसूस करना है, तो मूंग दाल चीला एक शानदार विकल्प है. अगर आप वजन घटाने की योजना बना रहे हैं और लंबे समय तक भूख से बचना चाहते हैं, तो मूंग दाल चीला आपके लिए ज्यादा फायदेमंद रहेगा. वहीं इडली उन लोगों के लिए सही है जो हल्का, लो-फैट और आसानी से पचने वाला नाश्ता चाहते हैं.
विविधा सिंह न्यूज18 हिंदी (NEWS18) में पत्रकार हैं. इन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में बैचलर और मास्टर्स की डिग्री हासिल की है. पत्रकारिता के क्षेत्र में ये 3 वर्षों से काम कर रही हैं. फिलहाल न्यूज18…और पढ़ें
विविधा सिंह न्यूज18 हिंदी (NEWS18) में पत्रकार हैं. इन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में बैचलर और मास्टर्स की डिग्री हासिल की है. पत्रकारिता के क्षेत्र में ये 3 वर्षों से काम कर रही हैं. फिलहाल न्यूज18… और पढ़ें
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