Rupee vs Dollar: एक दिन पहले भारतीय निर्यातकों पर टैरिफ की दरें बढ़ाए जाने के बावजूद, गुरुवार को बाजार खुलते ही भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले बेखौफ और मजबूती के साथ खड़ा रहा. शेयर बाजार में भले ही गिरावट दिखी- सेंसेक्स 454 अंक लुढ़क गया और निफ्टी 24,450 के नीचे चला गया, लेकिन दूसरी तरफ, शुरुआती कारोबार में रुपया एक सीमित दायरे में कारोबार करते हुए 5 पैसे बढ़कर 87.67 प्रति डॉलर पर पहुंच गया. विदेशी मुद्रा कारोबारियों का कहना है कि राष्ट्रपति ट्रंप के इस आक्रामक कदम से चुनिंदा भारतीय निर्यातों पर प्रभाव पड़ेगा. ये अतिरिक्त टैरिफ भारत पर 21 दिनों में लागू होंगे.
टैरिफ से बेअसर रुपया
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले आज 87.69 पर खुला. इसके बाद यह 87.67 के स्तर पर पहुंच गया, जो पिछले बंद भाव से 5 पैसे अधिक है. रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 16 पैसे बढ़कर 87.72 पर बंद हुआ था.
विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली
इस बीच, वायदा कारोबार में ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.99% उछलकर 67.55 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई. छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.04 प्रतिशत बढ़कर 98.21 पर पहुंच गया. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को शुद्ध आधार पर 4,999.10 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.
अमेरिका की तरफ से लगाए गए टैरिफ पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. एक बयान में विदेश मंत्रालय ने इस फैसले को अतार्किक करार दिया है. मंत्रालय ने कहा कि वह पहले ही इस मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर चुका है कि भारत का आयात बाजार के कारकों पर आधारित है. साथ ही, 140 करोड़ लोगों की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करना भारत की प्राथमिकता है.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अमेरिका ने भारत पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने का फैसला किया है. कई देश अपने-अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए इसी प्रकार के निर्णय ले रहे हैं.
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