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5 Unique Dishes Of Chhattisgarhs: धान का कटोरा कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ के व्यंजन भी कहीं दूसरे राज्यों के व्यंजन से काम नहीं. यहां की मिट्टी में स्वाद और परंपरा का एक अनूठा संगम देखने को मिलता है. यहां के ऐसे पांच व्यंजन, जिन्हें चखते ही आप निश्चित रूप से वाह कह उठेंगे.पर्यटकों को भी यह खूब भाता है.
भारत अपनी विविध संस्कृति और खान-पान के लिए जाना जाता है, जहां हर राज्य की अपनी पकवानों की एक अलग पहचान है. छत्तीसगढ़ की मिट्टी में स्वाद और परंपरा का एक अनूठा संगम देखने को मिलता है. दुनिया भर में इसकी तारीफ की जाती है.

खुरमी: छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों में खुरमी एक बेहद लोकप्रिय मिठाई है.यह गेहूं और चावल के आटे से बनी एक सरल लेकिन स्वादिष्ट डिश है. इसकी सादगी ही इसकी खासियत है.विशेष अवसरों पर इसकी मांग बढ़ जाती है.

अंगाकार रोटी:अंगाकार रोटी छत्तीसगढ़ की एक अनूठी पहचान है. चावल के आटे से बनी यह रोटी, पलाश के पत्तों में लपेटकर पकाई जाती है.पलाश के पत्तों की मनमोहक खुशबू इस रोटी में समा जाती है, जो इसे एक विशिष्ट और अविस्मरणीय स्वाद प्रदान करती है.यह पारंपरिक तरीका इसे और भी खास बनाता है.

गुलगुल भजिया: चाय के साथ मीठा और कुरकुरा आनंद<br />शाम की चाय के साथ कुछ मीठा और कुरकुरा खाने का मन हो, तो गुलगुल भजिया से बेहतर कुछ नहीं.गेहूं के आटे से बनने वाली यह भजिया, अपने मीठे और कुरकुरे स्वाद के लिए जानी जाती है.यह छत्तीसगढ़ में एक बहुत ही पसंदीदा स्नैक है जो बच्चों और बड़ों, सभी को भाता है.

अइरसा: अइरसा छत्तीसगढ़ की एक और पारंपरिक मिठाई है.इसे चावल के आटे से बनाया जाता है, जिसे पहले भिगोकर सुखाया जाता है और फिर गुड़ की चाशनी में मिलाकर तैयार किया जाता है.अइरसा का मीठा और मुलायम स्वाद इसे एक खास जगह दिलाता है, खासकर त्योहारों और विशेष आयोजनों पर.

ठेठरी:छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों और त्योहारों पर ठेठरी का अपना ही महत्व है. बेसन से बनने वाली यह नमकीन और करारी डिश, छत्तीसगढ़ी व्यंजनों की शान है. इसका कुरकुरापन और चटपटा स्वाद इसे एक बेहतरीन स्नैक बनाता है, जो हर किसी को पसंद आता है.
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