Jabalpur: कॉलेज के बाहर भूख हड़ताल पर नर्सिंग छात्राएं, ट्रेनिंग पूरी पर 2 साल से नहीं मिली नौकरी, अब ये मांग

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Jabalpur News: जबलपुर में नर्सिंग छात्राएं भूख हड़ताल पर हैं. दरअसल, ये छात्राएं लंबे समय से नियुक्ति की मांग कर रही हैं, लेकिन जब मांग पूरी नहीं हुई, तब..

हाइलाइट्स

  • नर्सिंग छात्राएं जबलपुर में भूख हड़ताल पर बैठीं
  • 2 साल से ट्रेनिंग पूरी, नौकरी नहीं मिली
  • छात्राओं की नियुक्ति की मांग जारी
जबलपुर. मध्य प्रदेश के जबलपुर में नर्सिंग छात्राएं भूख हड़ताल पर बैठ गई हैं. दरअसल ये छात्राएं लंबे समय से नियुक्ति की मांग कर रही हैं, लेकिन जब मांग पूरी नहीं हुई, तब नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज परिसर में ही टेंट के नीचे भूख हड़ताल शुरू कर दी है. जहां हड़ताल के तीन दिन भी बीत चुके हैं.

नर्सिंग छात्राओं का कहना है कि 2 साल पहले ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है, बावजूद इसके 2 साल से नियुक्ति नहीं हुई है. इतना ही नहीं, कॉलेज प्रबंधन ने 2 लाख का बॉन्ड भी भरवा लिया है. ऐसे में भविष्य अधर में लटका है. बिना नौकरी के न आगे बढ़ पा रही हैं, न ही कोई विकल्प चुन पा रही हैं. छात्राओं का प्रशासन को दो टूक कहना है कि जब तक नियुक्ति नहीं होगी, तब तक हड़ताल समाप्त नहीं होगी.

ट्रेनिंग पूरी, टेंट के नीचे बैठीं छात्राएं
लोकल 18 की टीम जब नर्सिंग छात्राओं से मुलाकात करने पहुंची. तब छात्राएं टेंट के नीचे बैठी हुई थी और जोर-जोर से नारे लगाकर नियुक्ति की मांग कर रही थी. छात्राओं का कहना है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज से बीएससी नर्सिंग का कोर्स पूरा किया, बावजूद इसके नियुक्ति नहीं मिली, इतना ही नहीं कॉलेज में 1 साल की अस्पताल सेवा के लिए बांड भरवाया था. 2 साल बाद भी लेकिन नियुक्ति नहीं हो पाई. जिसके चलते अब भविष्य बीच में फंस चुका है. न खा पा रहे हैं और न ही निगल पा रहे हैं.

आखिर कहां जाएं…
छात्राओं का कहना है पढ़ लिखकर नर्स बने थे. ट्रेनिंग भी पूरी कर ली थी, परिवार सहित हमें भी उम्मीद थी अब नौकरी मिलेगी और समाज सेवा कर सकेंगे. लेकिन 2 साल बीत जाने के बाद भी नियुक्ति नहीं हुई. उल्टा बॉन्ड भरवा लिया गया. घर में भी सिर्फ यही प्रश्न किया जा रहा है, आखिर कब तक ऐसे चलता रहेगा, शादी भी करनी है, धीरे-धीरे उम्र भी निकलती जा रही है.

करियर हो जाएगा बर्बाद!
मेडिकल छात्राओं का आरोप है कि जिस तरीके से कॉलेज और सरकार अनदेखी कर रही है, हमारा करियर बर्बाद हो जाएगा. छात्राओं ने स्वास्थ्य शिक्षा नीति पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा जब नियुक्ति नहीं करनी थी, तब बॉन्ड आखिर क्यों भराया गया. हम बेरोजगार हो चुके हैं. लिहाजा पूरे मामले में मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर नवनीत सक्सेना का कहना है छात्राओं की बात संबंधित विभाग तक पहुंचा दी गई है, उम्मीद है 15 दिन के भीतर शीघ्र निर्णय होगा.

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Jabalpur: भूख हड़ताल पर नर्सिंग छात्राएं, ट्रेनिंग पूरी पर नहीं मिली नौकरी

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