इंडिया के 6 बेस्ट ग्लास ब्रिज यानी ट्रांसपेरेंट स्काईवॉक(Top 6 Glass Bridges in India Most Thrilling Transparent Skywalks You Must Visit!)-
नालंदा ज़िले के राजगीर नेचर सफारी में बना यह 85 फीट लंबा और लगभग 200 फीट ऊंचा ग्लास ब्रिज चीन के स्काइवॉक से प्रेरित है.इस पुल पर खड़े होकर पहाड़ों और हरे-भरे जंगलों का नज़ारा ऐसा लगता है जैसे आप हवा में तैर रहे हों. साथ ही यहां ज़िप लाइन, रोपवे और जंगल सफारी का भी आनंद लिया जा सकता है.
सिक्किम स्काइवॉक, पेलिंग
7200 फीट की ऊंचाई पर बना भारत का पहला ट्रांसपेरेंट स्काइवॉक हिमालय की बर्फीली चोटियों और 137 फीट ऊंची चेनरेज़िग बुद्ध प्रतिमा को देखने का दुर्लभ मौका देता है. नीचे तिस्ता नदी बहती है और इस पर चलना जैसे बादलों पर चलने जैसा अनुभव होता है. टिकट सिर्फ 50 रुपये है और समय है सुबह 8 बजे से 4:30 तक.
केरल के वायनाड जिले के 900 कंडी इलाके में मौजूद यह पुल एक निजी रिसॉर्ट का हिस्सा है. इटली से मंगाए गए अनब्रेकेबल फाइबरग्लास से बने इस ब्रिज पर आप लगभग 100 फीट की ऊंचाई से नीचे के घने जंगलों को देख सकते हैं. 30 मिनट के टिकट की कीमत ₹100 है और यहां ट्रेकिंग का विकल्प भी मौजूद है.
कन्याकुमारी ग्लास ब्रिज, तमिलनाडु
यह देश का पहला समुद्र के ऊपर बना ग्लास ब्रिज है, जो विवेकानंद रॉक मेमोरियल को तिरुवल्लुवर स्टेच्यू से जोड़ता है. 77 मीटर लंबे इस ब्रिज से आप अरब सागर, बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर के संगम को एक साथ देख सकते हैं. शाम के समय एलईडी लाइट्स की रोशनी में ये नज़ारा मंत्रमुग्ध कर देने वाला होता है.
सिंधुदुर्ग जिले के नापणे वॉटरफॉल के ऊपर बना यह नया स्काइवॉक मॉनसून सीज़न में किसी सपने जैसा लगता है. महाराष्ट्र के ईको-टूरिज़्म प्रोजेक्ट के तहत बने इस पुल पर रंग-बिरिते तितली की आकृतियां, फ्लोरा-फौना की जानकारी देने वाली पेंटिंग्स और एक सुकूनभरा वातावरण मिलेगा.
अक्कुलम ग्लास ब्रिज, केरल (जल्द शुरू होगा)
तिरुवनंतपुरम के अक्कुलम बैकवॉटर पर बनने जा रहा 52 मीटर लंबा ग्लास ब्रिज जल्द ही खुलने वाला है. एलईडी आर्ट, फॉग मशीन और डायनामिक लाइटिंग के साथ यह एक थियेट्रिकल विजुअल एक्सपीरियंस देने वाला डेस्टिनेशन होगा.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
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