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Youngest Indian Millionaire : प्रतिभा न तो उम्र देखती है और न ही मौके. हुनर है तो कामयाबी किसी भी उम्र में मिल सकती है. इस बात को देश के इन 8 किशोरों ने साबित भी कर दिखाया. खेलने-कूदने की उम्र में ही ये हुनरमंद करोड़पति बन गए और न सिर्फ कंपनी बनाई, बल्कि उसे सफलतापूर्वक चलाकर भी दिखा दिया.
TILAK MEHTA : मुंबई में पेपर एंड पार्सल (Papers N Parcels) नाम से अपना कुरियर स्टार्टअप शुरू करने वाले तिलक मेहता ने महज 13 साल की उम्र में अपना बिजनेस शुरू कर दिया था. इस स्टार्टअप के जरिये तिलक ने मुंबई के हजारों डिब्बावाला को जोड़ा और सामानों की उसी दिन डिलीवरी करनी शुरू कर दी. तिलक ने इसकी शुरुआत तो व्यक्तिगत जरूरत के लिए की थी, लेकिन जल्द ही यह बड़े बिजनेस में बदल गया. आज इस स्टार्टअप की मार्केट वैल्यू करीब 100 करोड़ रुपये पहुंच चुकी है.

ADVAIT THAKUR : अद्वैत ठाकुर ने महज 12 साल की उम्र में ही अपेक्स इन्फोसिस इंडिया (Apex Infosys India) नाम की टेक फर्म बनाई थी, जो एआई से जुड़े सॉल्यूशंस और वेब सर्विसेज देती है. कम उम्र में ही अद्वैत को गूगल डेवलपर के रूप में सर्टिफिकेशन भी मिल चुका है. उनकी कंपनी ऑटोमेशन, डिजिटल मार्केटिंग और स्मार्ट टेक से जुड़े काम करती है. आज उनकी कंपनी का मार्केट कैप करीब 10 करोड़ रुपये पहुंच चुका है.

SHRAVAN & SANJAY KUMARAN : दो भाइयों श्रवण और संजय कुमारन ने महज 10 और 12 साल की उम्र में ही मोबाइल ऐप डेवलप करना शुरू कर दिया था. उनका ऐप एजुकेशन और प्रोडक्टिविटी बढ़ाने पर काम करता है. उन्होंने कुल मिलाकर करीब 10 ऐप्स बनाए और करोड़ों रुपये का कारोबार खड़ा किया. इन दोनों को देश का सबसे युवा टेक एंटरप्रेन्योर माना जा रहा है.

SREELAKSHMI SURESH : श्रीलक्ष्मी सुरेश ने तो महज 6 साल की उम्र से ही वेबसाइट डिजाइनिंग का काम शुरू कर दिया था और 10 साल की उम्र में अपनी पहली कंपनी eDesign तैयार कर दी. बाद में उसने TinyLogo नाम से फर्म बनाई जो डिजिटल ब्रांडिंग सर्विस का काम करती है. उनके क्लाइंट की लिस्ट में स्कूल से लेकर कॉरपोरेट तक शामिल हैं. यह कंपनी आज मिलियन डॉलर का ब्रांड बन चुकी है.

HARSHWARDHAN SINGH ZALA: हर्षवर्धन ने महज 14 साल की उम्र में ही ऐसे ड्रोन बनाने शुरू कर दिए थे, जो लैंडमाइंस को खोजकर उन्हें निष्क्रिय कर सकें. हर्ष ने Aerobotics7 नाम की कंपनी बनाई, जिसने गुजरात सरकार के साथ 5 करोड़ रुपये का करार किया है. हर्ष ने पारंपरिक पढ़ाई में आगे बढ़ने के बजाय स्मार्ट टेक कंपनी पर अपना फोकस किया और आज उनकी कंपनी की मार्केट वैल्यू कई करोड़ रुपये पहुंच चुकी है.

RITESH AGARWAL : रितेष अग्रवाल का नाम भला कौन नहीं जानता है. उन्होंने महज 16 साल की उम्र में ही ओयो रूम्स नाम से अपना स्टार्टअप लॉन्च कर दिया था. कभी किफायती होटल उपलब्ध कराने के मकसद से शुरू किया गया यह स्टार्टअप आज ग्लोबल लेवल पर सबसे बड़े हॉस्पिटैलिटी स्टार्टअप में बदल चुका है. इसका मार्केट कैप 9 अरब डॉलर यानी करीब 75 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा हो चुका है.

AKHILENDRA SAHU : फ्रीलांसिंग और यूट्यूब के जरिये अपने करियर की शुरुआत करने वाले मध्य प्रदेश के अखिलेंद्र साहू ने 16 साल की उम्र में ASTNT Technologies नाम से अपना स्टार्टअप लॉन्च किया. यह स्टार्टअप वेब होस्टिंग, डिजिटल मार्केटिंग और न्यूज सर्विसेज उपलब्ध कराता है. साहू को आज देश के सबसे युवा एंटरप्रेन्योर में से एक के रूप में गिना जाता है.

ARJUN DESHPANDE : महाराष्ट्र में साल 2002 में जन्में अर्जुन ने महज 16 साल की उम्र में ही Generic Aadhaar नाम से स्टार्टअप शुरू किया, जो सस्ती जेनरिक मेडिसिन उपलब्ध कराता है. उनके स्टार्टअप को टाटा ट्रस्ट से भी मदद मिली है और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी उनके काम को सराहा है. आज उनका वेंचर 2 हजार से ज्यादा आउटलेट में बदल चुका है और 10 हजार से ज्यादा कर्मचारी इस पर काम करते हैं. कंपनी की मार्केट वैल्यू भी 500 करोड़ रुपये से भी ज्यादा पहुंच चुकी है.
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