47 मिनट पहले
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क्या आपको पता है कि दुनिया के ज्यादातर सफल लोग सुबह जल्दी उठते हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोटी सुबह तड़के अपनी दिनचर्या शुरू करते हैं। एप्पल के सीईओ टिम कुक सुबह पौने चार पर उठ जाते हैं। डिज्नी के सीईओ रॉबर्ट इगर सुबह 4.30 बजे उठते हैं।
ये सभी लोग मानते हैं कि सुबह हमारा दिमाग रचनात्मकता का पावरहाउस होता है। इसमें तरह-तरह के नए विचार आते हैं। अगर आप देर रात तक जग रहे हैं तो स्वाभाविक है कि सुबह जल्दी नहीं उठ पाएंगे। अगर अलार्म लगाकर एक-दो दिन उठ भी गए तो नींद पूरी नहीं होगी। इसलिए इसे आप लंबे समय तक इस तरह कंटीन्यू नहीं कर पाएंगे।
‘गुड हैबिट्स’ कॉलम में आज जानेंगे कि सुबह जल्दी उठने के क्या फायदे हैं। साथ ही जानेंगे कि-
- सुबह जल्दी उठने की आदत कैसे बनाएं?
- सुबह देर से उठने के क्या नुकसान होते हैं?
सुबह जल्दी क्यों उठना चाहिए
सुबह जल्दी उठेंगे तो सबसे पहले आपको दूसरों की अपेक्षा अतिरिक्त 3 घंटे मिलेंगे। जब अन्य लोग सुबह 8 बजे अपनी दिनचर्या शुरू कर रहे होते हैं, तब आप सुबह 4-5 बजे उठकर ही दिन की शुरुआत कर चुके होते हैं।

भारत में ब्रह्म मुहुर्त का कॉन्सेप्ट
भारत में सदियों से ब्रह्म मुहूर्त का कॉन्सेप्ट है। यह समय आध्यात्मिक और रचनात्मक दृष्टि से अच्छा माना जाता है। आमतौर पर माना जाता है कि सूर्योदय से 1 घंटे 36 मिनट पहले का समय ब्रह्म मुहूर्त होता है।
हिंदू धर्म में ब्रह्मा को सृष्टि का रचयिता माना जाता है। मुहूर्त का मतलब समय होता है। इस समय सबसे रचनात्मक विचार हमारे दिमाग में आते हैं। इसलिए इसे ब्रह्म मुहूर्त कहा जाता है।

सुबह उठने की आदत कैसे बनाएं
अगर आपको सुबह जल्दी उठने में परेशानी होती है तो शायद इसकी वजह ये है कि आपके पास सुबह उठने का कोई ठोस कारण नहीं है। सिर्फ प्रेरणा भर से कुछ नहीं होता है। अगर जरूरी वजह आपके पास नहीं है तो अलार्म सेट करके भी स्नूज बटन दबा देंगे। इसलिए सुबह उठना है तो पहले अपने क्यों का जवाब खोजिए।
गलत समय पर सेट कर रहे हैं अलार्म
ज्यादातर लोग शिकायत करते हैं कि वे सुबह का अलार्म लगाकर भी जल्दी नहीं उठ पाते हैं। इसके पीछे कारण ये है कि वे अलार्म गलत समय पर लगा रहे हैं।

सुबह जल्दी न उठ पाने के लिए आपके अलार्म का समय जिम्मेदार नहीं है। असली वजह ये है कि आप सुबह जल्दी उठेने के लिए सही समय पर सो ही नहीं रहे हैं। कम-से-कम शरीर को सोने का इतना समय तो दें कि वह अपने आप बॉडी क्लॉक से उठ जाए। याद करिए जब आप छोटे थे तो किसी एग्जाम से पहले रात में सोने से पहले सोचते थे कि 5 बजे उठना है तो किसी के जगाने से 2 मिनट पहले ही आप उठ जाते थे। अगर पर्याप्त 8 घंटे की अच्छी नींद लेंगे तो बॉडी क्लॉक अपने आप काम करती रहेगी।
सुबह जल्दी उठने के फायदे
सुबह जल्दी उठने से जिंदगी में कई सकारात्मक बदलाव आते हैं। ये सिर्फ समय की बात नहीं है, बल्कि सेहत, दिमाग और हैप्पीनेस की भी बात है। ग्राफिक में कुछ फायदे देखिए-

1. दिमाग को शांति
शोध बताते हैं कि जो लोग सुबह जल्दी उठते हैं, उनके दिमाग में तनाव और चिंता कम होती है। सुबह की शांति में आप अपने विचारों को व्यवस्थित कर सकते हैं।
2. काम में तेजी
सुबह का समय आपके दिमाग का सबसे तेज वक्त होता है। ऑफिस का काम हो या कोई क्रिएटिव प्रोजेक्ट, आप इसे बेहतर तरीके से पूरा कर सकते हैं।
3. फिटनेस का मौका
सुबह जल्दी उठने से आपको व्यायाम के लिए समय मिलता है। चाहे योग करें, दौड़ लगाएं या जिम जाएं, यह आपकी सेहत को दुरुस्त रखता है।
4. नाश्ते की आदत
देर से उठने वाले अक्सर नाश्ता स्किप कर देते हैं। लेकिन सुबह जल्दी उठने से आप हेल्दी ब्रेकफास्ट बना सकते हैं, जो दिन भर की एनर्जी का आधार है।
सुबह देर से उठने के नुकसान
अब बात करते हैं कि अगर आप सुबह देर से उठते हैं तो क्या होता है। यह सिर्फ आलस की बात नहीं, बल्कि आपकी सेहत और जिंदगी पर इसका असर पड़ता है।

1. थकान का बोझ
देर से सोने और देर से उठने से नींद पूरी नहीं होती। दिन भर सुस्ती छाई रहती है और काम में मन नहीं लगता।
2. दिमाग पर असर
खी रिसर्च में सामने आया है कि देर से उठने वालों में तनाव और उदासी का खतरा ज्यादा होता है। आपका मूड भी बार-बार बिगड़ सकता है।
3. नींद का गड़बड़झाला
अनियमित सोने-उठने से नींद का चक्र बिगड़ जाता है। फिर रात को नींद नहीं आती और सुबह बिस्तर छोड़ना मुश्किल हो जाता है।
4. मौके हाथ से निकलना
सुबह देर से उठने से आप दिन की शुरुआती गतिविधियां मिस कर सकते हैं- चाहे वो दोस्तों से मिलना हो या कोई जरूरी काम।
इसे आदत कैसे बनाएं?सुबह जल्दी उठना कोई जादू नहीं, बल्कि एक प्रक्रिया है। इसे आसान बनाने के लिए कुछ टिप्स आजमाएं:
सुबह जल्दी उठने के टिप्स
- धीरे-धीरे समय बदलें।
- सोने का रूटीन फिक्स करें।
- रात को स्क्रीन से दूर रहें।
- बेडरूम को आरामदायक बनाएं।
- सुबह के लि कोई लक्ष्य तय करें।
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