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Raksha Bandhan 2025: यहां भगवान गणेश भाई स्वरूप में विराजमान हैं, इसलिए बहनें उनको राखी बांधने आती हैं. हर वर्ष एक बहन अपने भाई यानी बड़े गणेश जी के लिए अमेरिका से सोने की गिन्नी वाली राखी भेजती है. इसकी कीमत ला…और पढ़ें
भगवान बड़े गणेश का मंदिर महाकाल मंदिर के पास स्थित है. इस मंदिर में विराजमान गणपति महाराज की कई बहनें हैं और रक्षाबंधन के पवित्र पर्व पर बड़े गणेश को भाई मानने वाली बहनें हर साल उनके लिए राखी भेजती हैं. ये राखियां विदेश से भी यहां पहुंचती हैं. बड़े गणेश को भाई मानने वाली बहनें हर साल अमेरिका, सिंगापुर और दुबई से राखी भेजती हैं. इसके अलावा मुंबई, राजस्थान, इंदौर जैसे कई शहरों से भी बहनें उनके लिए राखी भेजती हैं. इस बार भी ये राखियां उज्जैन पहुंच रही हैं. रक्षाबंधन पर सर्वप्रथम गणेश भगवान को राखी बांधी जाएगी.
कैलिफोर्निया और शिकागो से भेजी राखी
ज्योतिषाचार्य आनंद शंकर व्यास के पौत्र अक्षत व्यास ने लोकल 18 को बताया कि बड़े गणेश मंदिर का निर्माण 120 साल पहले हुआ था. यहां जो गणेश जी विराजमान हैं, वह भाई स्वरूप में हैं, इसलिए बहनें उनको राखी बांधने आती हैं. हर साल एक बहन बड़े गणेश जी को अमेरिका से सोने की गिन्नी वाली राखी भेजती है, जिसकी कीमत लाखों में होती है. पिछली बार एक बहन ने 15 किलो चांदी की राखी गणेश जी को बांधी थी. कैलिफोर्निया और शिकागो से राखी आ चुकी है. राखियों के आने का सिलसिला जारी है. 9 अगस्त को बहुत बहनें अपने भाई गणेश जी को राखी बांधने आएंगी.
पुजारी निभाते हैं परंपरा
देश-विदेश में रहने वालीं अनेकों युवतियां और महिलाएं भगवान बड़े गणेश को अपना भाई मानती हैं. उनके द्वारा हर साल भगवान के लिए राखी भेजी जाती है. इस बार भी बहनों ने राखी भेजने की शुरुआत कर दी है. राखी पर रात में बहनों के नाम और गोत्र का उच्चारण करते हुए पुजारी भगवान को राखी बांधते हैं.
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