Last Updated:
Dewas News: देवास जिले के कन्नौद क्षेत्र में 300 एकड़ से अधिक सोयाबीन फसल बायोक्लोर खरपतवारनाशक के कारण सूख गई. जांच में पाया गया कि उत्पाद की सही जानकारी न देने के कारण नुकसान हुआ.

शिकायत मिलने के बाद कलेक्टर ऋतुराज सिंह के निर्देश पर कृषि विभाग की टीम ने प्रभावित गांवों – पीपल्दा, माधनी, काटकूट, गुड़बेल, शेरगोना, डोकाकुई आदि में जाकर फसल नुकसान का सर्वेक्षण किया. जांच में यह स्पष्ट हुआ कि किसानों द्वारा खेतों में छिड़का गया ‘बायोक्लोर’ नामक खरपतवारनाशक ही फसल बर्बादी का प्रमुख कारण है. यह उत्पाद एचपीएम केमिकल एंड फर्टिलाइजर कंपनी, नई दिल्ली द्वारा निर्मित किया गया था.
केस दर्ज किए गए व्यक्तियों में कंपनी के मालिक अशोक अग्रवाल, क्वालिटी कंट्रोलर अनीष कुमार पांडेय, मंगाराम, अश्विनी कुमार (सभी निवासी नई दिल्ली), इंदौर के डीलर महेश सोलंकी (शुभम एग्रो एजेंसी, सुखमनो प्लाजा), कंपनी का अधिकारी सुजीत पंचारिया (निवासी इंदौर) और विक्रेता सुनील मंडावत (निवासी कन्नौद) शामिल हैं.
उपसंचालक कृषि गोपेश पाठक ने बताया कि यह मामला गंभीर है क्योंकि सैकड़ों किसानों की मेहनत बर्बाद हो गई है और आर्थिक नुकसान भी भारी है. इस मामले में आगे की जांच जारी है और किसानों को मुआवजा दिलवाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे. यह घटना किसानों के हितों की सुरक्षा और कृषि उत्पादों की गुणवत्ता की निगरानी की अहमियत को भी उजागर करती है.
Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digital), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked a…और पढ़ें
Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digital), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked a… और पढ़ें
.