सरकारी डॉक्टर की चूक… जिंदा बच्चे को बताया मृत, 3.8 किलो के स्वस्थ शिशु ने लिया जन्म

मध्य प्रदेश के Satna में एक गर्भवती महिला के गर्भस्थ शिशु को महिला डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। परिजन ने महिला को निजी अस्पताल में भर्ती कराया तो शिशु जीवित पाया गया और उसका सुरक्षित प्रसव भी हो गया।

By ADITYA KUMAR

Publish Date: Thu, 17 Jul 2025 09:26:10 PM (IST)

Updated Date: Thu, 17 Jul 2025 09:26:10 PM (IST)

Satna में जिंदा बच्चे को बताया मृत

नईदुनिया प्रतिनिधि, सतना। मध्य प्रदेश के Satna के सरदार वल्लभ भाई पटेल जिला चिकित्सालय में एक गर्भवती महिला के गर्भस्थ शिशु को महिला डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। परिजन ने महिला को निजी अस्पताल में भर्ती कराया तो शिशु जीवित पाया गया और उसका सुरक्षित प्रसव भी हो गया। यह मामला दो दिन पहले का है। सीएमएचओ ने गुरुवार को इस लापरवाही पर संबंधित डॉक्टर को नोटिस जारी जवाब मांगा है।

सोनोग्राफी रिपोर्ट में भी मृत घोषित कर दिया

रामपुर बाघेलान थाना क्षेत्र के चकेरा गांव निवासी राहुल द्विवेदी की पत्नी दुर्गा द्विवेदी (24) को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन पहले अमरपाटन सिविल हास्पिटल ले गए। यहां उसे गंभीर हालत बताकर जिला अस्पताल सतना रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल पहुंचने पर मेडिकल कॉलेज की सीनियर सर्जन पार्वती प्रजापति ने जांच के बाद बताया कि शिशु की धड़कन नहीं चल रही है। डॉप्लर और सोनोग्राफी रिपोर्ट में भी शिशु को मृत घोषित कर दिया गया और गर्भपात कराने की सलाह दे दी गई।

3.8 किलोग्राम के स्वस्थ बच्चे को मृत बताया

सरकारी डॉक्टर पर भरोसा न करते हुए स्वजन ने महिला को सतना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। यहां जांच में पता चला कि गर्भस्थ शिशु जीवित है और पूरी तरह स्वस्थ है। उसी दिन सीजेरियन ऑपरेशन के जरिए महिला ने एक 3.8 किलोग्राम के स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। स्वजन ने इस मामले में संबंधित डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की है।

‘मामला संज्ञान में आया है। मेडिकल कॉलेज डीन और सिविल सर्जन से पूछताछ की गई है। जिम्मेदारों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है। लापरवाही पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।’

– डॉ. एलके तिवारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी

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