शहडोल के चन्नौड़ी ओपन कैप में एनसीसीएफ की लापरवाही से किसानों का धान बर्बाद हो गया है। दिसंबर-जनवरी में खरीदा गया धान पिछले 6 महीने से खुले में रखा था। बारिश के कारण धान भीगकर अंकुरित हो गया है।
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चन्नौड़ी ओपन कैप में कुल 98 हजार क्विंटल धान रखा गया था। इसमें खाम्हीडोल समिति से 20 हजार क्विंटल, चन्नौड़ी से 48 हजार क्विंटल और केशवाही गिरवा से 30 हजार क्विंटल धान शामिल है। स्थानीय लोगों ने बताया कि धान को बारिश से बचाने के लिए उचित प्रबंध नहीं किए गए।
चन्नौड़ी में 54 ओपन कैप बनाए गए थे। प्रत्येक कैप में लगभग 3200 बोरी धान रखी गई थी। इस पूरे स्टोरेज की जिम्मेदारी स्टेट सिविल सप्लाई कॉर्पोरेशन लिमिटेड की थी।
धान को केवल पतले तिरपाल से ढका गया था। तेज हवा से तिरपाल कई जगहों से फट गए। इससे बारिश का पानी कैप के अंदर चला गया।
नियम के अनुसार, चन्नौड़ी ओपन कैप में धान को तीन महीने से अधिक नहीं रखा जा सकता। लेकिन एनसीसीएफ के अधिकारियों ने छह महीने तक धान नहीं उठाया। एनसीसीएफ प्रबंधक एमएस उपाध्याय ने कहा कि धान खरीदी और उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी उनकी है।
यह मामला तब सामने आया जब भारी बारिश के बाद धान की बोरियों से बदबू आने लगी। स्थानीय लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।

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