आस्था और आरोग्यता का दिखा चमत्कार, ‘राधा रानी तुलसी’ बनी जीवनदायनी

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सहारनपुर की अंजू रानी ने श्रद्धा और आयुर्वेद के अनोखे संगम से ऐसी मिसाल पेश की है जो हर किसी को चौंका देती है. उन्होंने अपने घर के आंगन में ‘राधा रानी तुलसी’ के सैकड़ों पौधे लगाए, जिसकी खासियत है दिल के आकार के…और पढ़ें

अंकुर सैनी/सहारनपुर: सहारनपुर के नकुड़ विधानसभा क्षेत्र के गांव सहसपुर जट की रहने वाली अंजू रानी ने तुलसी के एक अनोखे रूप ‘राधा रानी तुलसी’ को अपने घर में उगाकर न सिर्फ श्रद्धा का उदाहरण पेश किया, बल्कि अपने पति को रोगमुक्त भी कर दिया.

अंजू रानी ने अपने घर के आंगन में सैकड़ों ‘राधा रानी तुलसी’ के पौधे लगाए हैं. इस तुलसी की खास बात यह है कि इसमें गुलाबी रंग के फूल आते हैं और इसके पत्ते दिल के आकार के होते हैं. इसे राधा रानी का प्रिय माना जाता है और मान्यता है कि यह तुलसी राधा-कृष्ण के प्रेम का प्रतीक है.

अंजू बताती हैं कि उनके पति को लंबे समय से सांस फूलने की बीमारी थी. डॉक्टरों ने इलाज से मना कर दिया था, जिसके बाद उन्होंने अपने बगीचे में विभिन्न आयुर्वेदिक पौधे उगाए और खासतौर पर ‘राधा रानी तुलसी’ का प्रयोग शुरू किया. नियमित रूप से इस तुलसी की पत्तियों का काढ़ा पिलाने से उनके पति की तबीयत धीरे-धीरे ठीक हो गई और अब वह पूरी तरह स्वस्थ हैं.

अब अंजू रानी न केवल इस तुलसी के पौधे अपने घर में उगाती हैं, बल्कि इन्हें निःशुल्क लोगों को भी देती हैं. लोगों का मानना है कि इस तुलसी को घर में लगाने से बीमारियां दूर होती हैं और सुख-शांति का वास होता है. यह तुलसी सहारनपुर ही नहीं, बल्कि आसपास के इलाकों में भी लोकप्रिय हो रही है और लोग इसे चमत्कारी तुलसी कहने लगे हैं.

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आस्था और आरोग्यता का दिखा चमत्कार, ‘राधा रानी तुलसी’ बनी जीवनदायनी

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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